रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने कोरोना संक्रमण के फैलाव पर प्रदेश सरकार पर सीधा आक्रमण करते हुए कहा है कि प्रदेश सरकार अब पल्ला झाड़कर अपना नाकारापन स्वीकार कर रही है। प्रदेश स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के बयान पर पलटवार करते हुए श्री अग्रवाल ने सवाल किया कि जब स्वास्थ्य मंत्री को यह पता था और बार-बार वे इस बात को कह रहे थे कि प्रदेश में कोरोना मामललों का आँकड़ा 60 हज़ार तक पहुँचेगा तो प्रदेश सरकार और उसके स्वास्थ्य मंत्री ने वैसा वर्कप्लान बनाकर पर्याप्त तैयारी पहले से क्यों नहीं की? श्री अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश सरकार इस आपदाकाल को लेकर ज़रा भी संवेदनशील नहीं है। बाजार में अब दवाएँ तक सहज-सुलभ नहीं है और प्रदेश सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। मध्यप्रदेश समेत अनेक प्रदेशों की तुलना में छत्तीसगढ़ का रिकवरी रेट बेहद कम है, टेस्ट रिपोर्ट भी कम है। इसी प्रकार होम आइसोलेशन को लेकर भी प्रदेश सरकार की कोई स्पष्ट नीति नहीं है।
भाजपा नेता व पूर्व मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कोरोना की रोकथाम के झूठे दावे करके आत्ममुग्ध हुए जा रहे हैं, और ज़मीनी सच यहै कि अब प्रदेश के अस्पतालों में मरीज इलाज के लिए भर्ती करने में दिक्कतें आ रही हैं और अस्पतालों में भी इलाज की पर्याप्त व्यवस्था के नाम पर कुछ नहीं है, वहीं स्वास्थ्य मंत्री प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या को लेकर अपनी राय दुहराते जा रहे हैं तो अब सवाल यह है कि दोनों में सच कौन बोल रहा है? क्या स्वास्थ्य मंत्री यह कहकर कि कोरोना मरीजों का आँकड़ा 60 हजार तक तो पहुँचेगा ही, प्रदेश सरकार की ओर से अपनी ज़िम्मेदारी से पल्ला झाड़ने में लगे हैं? और, यदि स्वास्थ्य मंत्री ऐसा कहकर प्रदेश सरकार की ओर से ज़वाबदेही से मुँह चुरा रहे हैं, तो इस सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। श्री अग्रवाल ने इस बात पर भी हैरत जताई कि लगातार बढ़ रहे कोरोना मामलों को देखते हे प्रदेश सरकार अब जाँच का काम भी बाधित कर रही है। कोरोना के कारण लोगों में बढ़ रही दहशत और आक्रोश को दबाने के लिए प्रदेश में कोरोना टेस्ट कम किया जा रहा है ताकि कोरोना संक्रमितों की संख्या कम नज़र आए, जबकि कोरोना की पर्याप्त रोकथाम के लिए जाँच ज़्यादा-से-ज़्यादा कराई जानी चाहिए और पॉज़ीटिव संक्रमितों को तत्काल आइसोलेट कर दिया जाकर कोरोना के संक्रमण को रोका जाना चाहिए।
पूर्व मंत्री श्री अग्रवाल ने कांग्रेस नेताओं के सत्तावादी अहंकार के प्रदर्शन पर अपना कड़ा एतराज जताया और कहा कि एक तरफ कोरोना वॉरियर्स के सम्मान की बात करते नहीं अघाते कांग्रेस के नेता दूसरी तरफ सत्ता के मद में चूर होकर सरेआम लोगों की भीड़ में एक महिला आरक्षक को महज़ मास्क नहीं पहनने के कारण तमाचा जड़ने में ज़रा भी नहीं हिचकिचा रहे हैं। श्री अग्रवाल ने इसे कोरोना वॉरियर्स का घोर अपमान बताते हुए सवाल किया कि तमाचा मारने वाले कांग्रेस नेता को मुख्यमंत्री से लेकर कोरोना पॉज़ीटिव पार्षद तक अपने नेताओं के आचरण पर क्या कभी रंज हुआ जो अनेक अवसरों पर बिना मास्क पहने और सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियाँ उड़ाते देखे जाते रहे हैं। प्रदेश साक्षी है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण का क़हर कांग्रेस सरकार की लापरवाही, कुनीतियों की देन है और अपनी इस कुंठा को छिपाने वे अब सीधे मारपीट पर उतारू हो गए हैं।