भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दस वर्ष के शासन में मौसमी कारणों को छोड़ कर अन्य किसी कारण से महंगाई नहीं बढ़ी।
केन्द्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर, भाजपा के प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल एवं ज़फर इस्लाम ने यहां पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में मोदी सरकार के दस साल के कार्यकाल की आर्थिक उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए यह बात कही।
आर्थिक मामलों के जानकार श्री अग्रवाल ने कहा कि महंगाई की दर की बात करें तो भाजपा के शासनकाल में मुद्रास्फीति की दर औसतन चार प्रतिशत के आसपास स्थिर रही है जबकि वर्ष 2004 से 2014 के बीच औसत मुद्रास्फीति दस प्रतिशत के आसपास रही। उन्होंने कहा कि सिवाय मौसमी कारणों के, महंगाई अन्य किसी कारण से नहीं बढ़ी और जब भी बढ़ी तो कुछ समय बाद दामों में कमी आयी। 40 रुपए की चीज़ चार रुपए के भाव पर भी बिकी।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने दस साल में भाजपा के शासनकाल में भारत को ना सिर्फ घरेलू अर्थव्यवस्था बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था को आगे लेकर वाला इंजन बना दिया। उन्होंने कहा कि पहली बार भारत ने अप्रैल 2024 में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) का संग्रहण दो लाख दस हजार करोड़ रुपए से पार पहुंच गया।
श्री ज़फर इस्लाम ने कहा कि भारत के सार्वजनिक उपक्रमों की मूल्य 2014 में पांच लाख करोड़ रुपए था जो अब 16 लाख करोड़ रुपए से अधिक है। बाह्य ऋण के मामले में भारत 14वें स्थान पर है जबकि चीन का ऋण भारत से बहुत अधिक 225 प्रतिशत से अधिक है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शांति से काम किया और तस्वीर बदल दी। भारत में मांग बढ़ रही है और इसलिए वर्ष 2024-25 में हमारी आर्थिक वृद्धि दर सात प्रतिशत से अधिक रहने का अनुमान है। देश में असमानता कम हुई है, बाह्य ऋण बहुत कम है, मुद्रास्फीति कम है। उन्होंने कहा कि गरीबी उन्मूलन का काम तब ही संभव हो पाता है जब लंबे समय तक मुद्रास्फीति निचले स्तर पर रहे।