बीते गुरुवार को शेयर बाजार में तूफानी तेजी थी। इस माहौल के बीच इंडिगो की मूल कंपनी इंटरग्लोब एविएशन लिमिटेड के शेयरों में मामूली तेजी आई। चालू वित्त वर्ष के आखिरी कारोबारी दिन गुरुवार को इंट्राडे के दौरान यह शेयर 0.81 प्रतिशत बढ़कर 3,573.70 रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। वहीं, कारोबार के अंत में शेयर 0.02 प्रतिशत टूटकर 3,544.50 रुपये पर बंद हुआ।
ब्रोकरेज ने क्या कहा
बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक ब्रोकरेज फर्म प्रभुदास लीलाधर ने इंटरग्लोब एविएशन लिमिटेड के शेयर के लिए टारगेट प्राइस 3961 रुपये तय किया गया है। इस तरह, शेयर करीब 12 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिल सकती है। प्रभुदास लीलाधर ने कहा कि इंडिगो की योजना प्रति सप्ताह एक से अधिक विमान जोड़ने, कैपिसिटी बढ़ाने, 10 नए गंतव्यों को लॉन्च करके नेटवर्क का विस्तार करने और FY25E में 5,500-6,000 कर्मचारियों को जोड़ने की है।
960 विमान ऑर्डर
प्रभुदास लीलाधर के मुताबिक एयरलाइन की वर्तमान विमान ऑर्डर बुक लगभग 960 है। ब्रोकरेज ने कहा- भारत विश्व स्तर पर सबसे तेजी से बढ़ते विमानन बाजारों में से एक है और वित्त वर्ष 2030 में विमानन यात्री यातायात दोगुना होकर 51 करोड़ होने की संभावना है। इसके अलावा, हवाई अड्डों की संख्या बढ़कर 220 होने की संभावना है। इस इंडस्ट्री में मजबूत वृद्धि की संभावना है।
विदेश में विस्तार का प्लान
बता दें कि 60 प्रतिशत से कुछ अधिक की घरेलू बाजार हिस्सेदारी के साथ देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो ए321 एक्सएलआर विमान पर भी बड़ा दांव लगा रही है। इसके जरिए कंपनी विदेश में उपस्थिति को और बढ़ाने पर विचार करेगी। वर्तमान में, इंडिगो के पास तुर्की एयरवेज, ब्रिटिश एयरवेज, कतर एयरवेज, अमेरिकन एयरलाइन, केएलएम-एयरफ्रांस, क्वांटास, जेटस्टार और वर्जिन अटलांटिक के साथ कोडशेयर हैं।
कोडशेयरिंग एक एयरलाइन को अपने यात्रियों को अपने साझेदार वाहक पर बुक करने और विभिन्न गंतव्यों के लिए निर्बाध यात्रा प्रदान करने की अनुमति देता है।