दुनियाभर में आज यानी 14 मार्च को विश्व किडनी दिवस मनाया जा रहा है। वर्ल्ड किडनी डे हर साल मार्च के दूसरे गुरुवार के दिन मनाया जाता है। विश्व किडनी दिवस को मनाने का उद्धेश्य किडनी रोगों के प्रति लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाना है। बता दें, किडनी शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है। भारत में हर साल तकरीबन 2 लाख लोगों किडनी से जुड़ी बीमारियों का शिकार होते हैं। किडनी का काम शरीर में मौजूद अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालना होता है जिनकी मौजूदगी कई बीमारियों को जन्म दे सकती है। ऐसे में ज्यादा से ज्यादा लोगों के बीच किडनी की सेहत को लेकर जागरूक फैलाने के मकसद से यह खास दिन मनाया जाता है।
विश्व किडनी दिवस का इतिहास-
किडनी के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए सबसे पहले साल 2006 में 66 देशों ने एक साथ मिलकर विश्व किडनी दिवस मनाया था। जिसके बाद दो सालों के भीतर ही 66 देशों की यह संख्या बढ़कर 88 हो गई। बता दें, यह WKD इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ नेफ्रोलॉजी (ISN) और इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ किडनी फाउंडेशन (IFKF) की एक संयुक्त पहल है। जिसका मकसद किडनी की स्थितियों के बारे में लोगों तक जागरूकता बढ़ाना था।
विश्व किडनी दिवस की थीम-
इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ नेफ्रोलॉजी और इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ किडनी फाउंडेशन हर साल किडनी दिवस के लिए एक खास थीम तय करता है। इस साल विश्व किडनी दिवस की थीम- ‘सभी के लिए किडनी स्वास्थ्य’ यानी ‘Kidney Health For All’ रखी गई है।