Winter Care Tips To Beat The Cold Wave: सर्दियां शुरू होते ही आपकी हेल्थ के साथ आपकी त्वचा और बालों को भी खास देखभाल की जरूरत पड़ने लगती है। सर्दियों में चलने वाली ठंडी हवाएं व्यक्ति को आसानी से बीमार बना देती है। यही वजह है कि मौसम में बदलाव होते ही डॉक्टर व्यक्ति को सेहतमंद बने रहने के लिए इम्यूनिटी स्ट्रांग बनाए रखने की सलाह देते रहते हैं। दरअसल, कड़ाके की ठंड की वजह से व्यक्ति की इम्यूनिटी कमजोर होने के साथ उसे हाइपरटेंशन और अस्थमा और सीओपीडी जैसी सांस से जुड़ी समस्याएं भी परेशान करने लगती हैं। इसके अलावा जरूरत से ज्यादा ठंड गठिया रोगियों की परेशानी को भी बढ़ा देती है। ठंडे तापमान की वजह से गठिया रोगियों को जोड़ों में तेज दर्द,सूजन और जकड़न महसूस होने लगती है। साथ ही ठंडा तापमान त्वचा और बालों के स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है। ऐसे में ठंड से बचने के लिए डॉक्टर लोगों को गर्म कपड़े पहनने के साथ जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकलने की सलाह देते हैं। ठंड में थोड़ी सी भी लापरवाही खतरनाक हो सकती है। ऐसे में बेहतर यही होगा कि आप सावधानी बरतकर खुद को बीमार पड़ने से सुरक्षित रखें। आइए जानते हैं कैसे।
ठंड से बचने के लिए अपनाएं ये उपाय-
ऊनी कपड़े-
सर्दियों में शरीर को गर्म रखकर खुद को ठंड से बचाए रखने के लिए अच्छे ऊनी कपड़े पहनकर रखें। अगर आप यात्रा कर रहे हैं तो ट्रैवलिंग के दौरान अपने साथ एक अतिरिक्त जैकेट,श्रग या कार्डिगन के साथ एक ऊनी टोपी भी जरूर रखें। ताकि तापमान गिरने पर आप इन्हें पहनकर खुद को ठंड से बचा सकें। हालांकि ठंड से बचने के लिए कभी भी जरूरत से ज्यादा ऊनी कपड़े भी ना पहनें। ऐसा करने से शरीर का ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित हो सकता है।
लेयर में पहनें कपड़े-
शरीर को ठंड से बचाने के लिए हमेशा सर्दियों में परतों में कपड़े पहनना सही रहता है। इसके लिए सबसे पहले त्वचा को पसीने से दूर रखने के लिए नमी सोखने वाले कपड़े पहनकर शुरुआत करें। इसके बाद शरीर की गर्मी को बनाए रखने के लिए बॉडी वार्मर जैसे अच्छे इन्सुलेशन कपड़े पहनें। पैरों व हाथों की अंगुलियों को नीला पड़ना,दर्द और खुजली होने की दिक्कतों से बचने के लिए मोजे और दस्ताने जरूर पहनें।
धूप निकलने पर ही घर से बाहर टहलें-
अस्थमा या सांस संबंधी रोगों से पीड़ित लोग सुबह की जगह हल्की धूप निकलने पर ही घर से बाहर टहलने के लिए निकलें। सुबह की ठंडी हवा सांस की नली में दिक्कत बढ़ा सकती है, जिससे हृदयरोगियों की परेशानी बढ़ सकती है। बता दें, सुबह 8 से 10 बजे के बीच धूप लेने से विटामिन-डी की पूर्ति होती है।
हर्बल चीजों का करें इस्तेमाल-
खांसी-जुकाम व बुखार जैसी समस्याएं होने पर अदरक,तुलसी, हल्दी और कालीमिर्च जैसी हर्बल चीजों से बना काढ़ा पी सकते हैं। इसके अलावा पानी को भी गुनगुना करके ही पिएं। इसके अलावा बॉडी को हाइड्रेट रखने और शरीर की ऊर्जा बनाए रखने के लिए मौसमी फल (संतरा,अमरूद,पपीता,चीकू) का जूस और सब्जियां (पालक,चुकंदर,आंवला,गाजर)का सूप पीएं।
चेहरा ढककर रखें-
अपनी नाक और मुंह को ढकने के लिए स्कार्फ या फेस मास्क का उपयोग करें। ऐसा करने से ना सिर्फ हवा में मौजूद संक्रमण बल्कि शीत लहर से भी बचाव होगा।