कोरोना संक्रमण के प्रारंभिक स्तर पर ही इस बात को साफ कर दिया गया था कि इस वायरस से बचाने में वही हैंडसैनिटाइजर प्रभावी है, जिसमें 70 से 80 प्रतिशत एल्कोहल का उपयोग किया गया हो।
इस तरह के सैनिटाइजर के निर्माण में सेहत को ध्यान में रखते हुए कुछ खास प्रसीजर को फॉलो किया जाता है। ताकि आपके हाथ पूरी तरह स्वच्छ भी हो जाएं और आपकी त्वचा को किसी तरह का नुकसान भी ना हो। लेकिन नकली या फेक सैनिटाइजर में ये दोनों ही खूबियां देखने को नहीं मिलती हैं। यहां जानें कैसे घर बैठे आप इनकी जांच कर सकते हैं…
पेपर टेस्ट-
सैनिटाइजर की गुणवत्ता परखने के लिए आप टाइलट पेपर या टिश्यू पेपर का उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए पेपर के ऊपर पेन की मदद से एक छोटा गोला बना दें। यह गोला पेपर के बीच में बनाएं। अब इस गोले के ऊपर हैंडसैनिटाइजर की कुछ बूंदें डालें। यदि इस गोले की इंक फैल जाती है तो समझ लीजिए आपके सैनिटाइजर में मिलावट है और यह आपके हाथों को पूरी तरह डिसइंफेक्ट करने में सक्षम नहीं है। जबकि अगर आपका हैंडसैनिटाइजर असली है तो इस गोले की इंक बिल्कुल नहीं फैलेगी। बल्कि सेनिटाइजर पेपर को गीला करेगा और बहुत जल्दी सूख जाएंगा।
हेयर ड्रायर टेस्ट-
हैंडसैनिटाइजर को एक कटोरी में निकाल लें। अब इसे हेयर ड्रायर से सुखाएं। अगर आपका हैंडसैनिटाइजर असली है तो वह 3 से 5 सेकंड में सूख जाएगा। यदि यह सैनिटाइजर नकली हुआ तो इतने समय में नहीं सूखेगा और कटोरी में बचा रहेगा
आटा टेस्ट से पहचाने-
हैडसैनिटाइजर की गुणवत्ता की जांच आप आटे के जरिए भी कर सकते हैं। इसके लिए एक कटोरी में 1 चम्मच आटा लीजिए। इस आटे में थोड़ा-सा हैंडसैनिटाइजर डालिए। अब इन दोनों को अच्छी तरह मिलाकर गूथने की कोशिश कीजिए। अगर आपका हैंडसेनिटाइजर असली है तो यह आटा गुथेगा नहीं बल्कि बिखरा-बिखरा रहेगा। लेकिन अगर आपका सैनिटाइजर नकली है तो यह आटे को ठीक उसी तरह गूंथ देगा जैसे कि आटा पानी में गुथता है।