मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) झूठे आरोप और फर्जी समन भेजकर उन्हें बदनाम करना चाहती है और उनकी ईमानदारी पर चोट करना चाहती है।
श्री केजरीवाल ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा,“ पिछले दो सालों से तथाकथित शराब घोटाला का शब्द सभी ने कई बार सुना होगा। दो साल से भाजपा की सारी एजेंसियां कई बार छापे मार चुकी हैं और कई लोगों को गिरफ्तार कर चुकी हैं, लेकिन अभी तक कहीं से एक भी पैसे का हेर-फेर नहीं मिला। अगर वास्तव में भ्रष्टाचार हुआ है तो करोड़ों रुपए कहां गए? क्या सारा पैसा हवा में गायब हो गया। सच्चाई यह है कि किसी भी तरह का कोई भ्रष्टाचार हुआ ही नहीं है। ऐसे फर्जी केस में इन्होंने आम आदमी पार्टी के कई नेताओं को अभी तक जेल में रखा हुआ है। किसी के भी खिलाफ कोई सबूत नहीं हैं और कुछ भी साबित नहीं हो रहा है।”
उन्होंने कहा कि अब भाजपा उन्हें गिरफ्तार कराना चाहती है लेकिन उनकी सबसे बड़ी संपत्ति और ताकत उनकी ईमानदारी है। उन्होंने कहा,“ झूठे आरोप लगाकर और फर्जी समन भेजकर ये मुझे बदनाम करना चाहते हैं और मेरी ईमानदारी पर चोट करना चाहते हैं।”
उन्होंने कहा कि वह पत्र लिखकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी)को बता चुके हैं कि यह समन क्यों गैरकानूनी हैं लेकिन उन्होंने उनकी एक भी बात का जवाब नहीं दिया है। श्री केजरीवाल ने कहा,“ इसका मतलब ये है कि उनके पास मेरी बातों का कोई जवाब नहीं है। इसका मतलब ये है कि वे भी मानते हैं कि उनकी नोटिस गैरकानूनी है।”
मुख्यमंत्री ने कहा,“ भाजपा का मकसद जांच करना है ही नहीं, भाजपा का मकसद तो मुझे लोकसभा चुनाव में प्रचार करने से रोकना है। सीबीआई ने मुझे आठ महीने पहले बुलाया था। मैं केन्द्रीय जांच ब्यूरो ( सीबीआई) कार्यालय गया था और उनके सारे जवाब भी दिए थे।”
उन्होंने कहा कि भाजपा भ्रष्टाचारियों को नहीं पकड़ रही है, बल्कि खुलेआम ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल करके दूसरी पार्टियों के नेताओं को तोड़कर भाजपा में शामिल करवाने का काम किया जा रहा है। एक या दो नहीं, बल्कि ऐसे कई उदाहरण हैं, जहां किसी पार्टी के नेता के खिलाफ ईडी या सीबीआई के मामले चल रहे थे या उनपर गंभीर आरोप लगे हुए थे, जैसे ही वह नेता भाजपा में शामिल हुए, उनके सारे मामले बंद कर दिए गए या ठंडे बस्ते में डाल दिए गए।